Cow farming /Cow Milk Business ideas hindi. cow milk से महीने का लाखो कमा सकतें हैं आराम से |

Cow farming.दूध  की  मार्केटिंग  का  रफ़्तार  बहुत  ही तेजी  से  बढ़  रहा  है  | आज  से  5 साल  पहले  से  तुलना करें  तो  7× तेज  हो  गया  है  मार्केट | यानि  की  पहले  अपने  गावों  तक  ही  मार्केट  हो  पति | अब  आप  दूध पुरे  International मार्केट  में  बेच  सकतें  हैं , घर  बैठे  |

1. गायों के नश्ल का चुनाव /Breed selection .
2. ग्रामीण क्षेत्रों में डेरी फॉर्म बेस्ट कैसे हैं|
3. पशुओं के लिए जमीन एवं घर
4. खर्च और मुनाफा !
5. Dairy farming training./सरकारी  प्रशिक्षण कैसे  प्राप्त  करें ||
  • दोस्तों  जैसा की आप  एक  business  man  की  तरह  सोचे  तो  किसी  भी  बिज़नेस  के  ले लिए  मार्केटिंग  सबसे  महत्वपूर्ण  है  | आपका  सामान  जितना  बिकेगा , आप  उतना  ही  जादे  कमाएंगे  | ऐसे  में  यदि  दूध  को  देखें , तो आप जितना  उत्पाद  करें  सबके  सब  बड़े  ही  आसानी  से  बिक  जायेगा, जो की  एक  बिज़नेस  के  लिए  बहुत  बड़ी बात  है |

गायों के नश्ल का चुनाव /Breed selection .Cow farming

डेरी उद्यमी के लिए  दूध उत्पाद हेतु अच्छे  नश्ल की गाये और भैस की पहचान कर ही रखना चाहिए | भारत समृद्ध जैव-विविधता युक्‍त बड़ी देशी गोजातीय आबादी वाला देश है| यहां गाय की 40 तथा भैंसों की 13 नश्ले पाई जाती है | इन  अलग -अलग  प्रकार वाली नश्ले में आलग अलग छमताये और भिन्ताये पाई जाती है |

अलग -अलग जगहों ही वाहा के वातावरण के अनुसार गायें स्वस्थ रहती है और दूध भी समय तक दे पाती है || जैसे जगह के अनुसार पाए जानेवाले गायों की नश्ले निम्नलिखित है ||

क्रम सं.नस्‍लगृह क्षेत्र
1अमृत महलकर्नाटक
2बाचौरबिहार
3बरगुरतमिलनाडु
4डांगीमहाराष्‍ट्र तथा मध्‍य प्रदेश
5दियोनीमहाराष्‍ट्र तथा कर्नाटक
6गोलोमहाराष्‍ट्र तथा मध्‍य प्रदेश
7गिरगुजरात
8हालीकरकर्नाटक
9हरियानाहरियाणा, उत्‍तर प्रदेश तथा राजस्‍थान
10कंगायमतमिलनाडु
11कांकरेजगुजरात तथा राजस्‍थान
12केनकथाउत्‍तर प्रदेश तथा मध्‍य प्रदेश
13खेरीगढ़उत्‍तर प्रदेश 
14खिल्‍लारमहाराष्‍ट्र तथा कर्नाटक
15कृष्‍णा वैलीकर्नाटक
16मालवीमध्‍य प्रदेश
17मेवातीराजस्‍थान, हरियाणा तथा उत्‍तर प्रदेश
18नागोरीराजस्‍थान
19निमाड़ीमध्‍य प्रदेश
20ओंगोलआंध्र प्रदेश
21पोनवारउत्‍तर प्रदेश
22पुंगानूरआंध्र प्रदेश
23राठीराजस्‍थान
24रेड कंधारीमहाराष्‍ट्र
25रेड सिंधीकेवल संगठित फार्मों पर
26साहिवालपंजाब तथा राजस्‍थान
27सिरीसिक्किम तथा पश्चिम बंगाल
28थारपारकरराजस्‍थान
29अंबल्‍येचरीतमिलनाडु
30वेचूरकेरल
31मोटूउड़ीसा, छत्‍तीसगढ़ तथा आंध्र प्रदेश
32घुमुसारीउड़ीसा
33बिंझारपुरीउड़ीसा
34खारीयारउड़ीसा
35पुलीकुलमतमिलनाडु
36कोसालीछत्‍तीसगढ़
37मलनाड गिद्दाकर्नाटक
38बेलाहीहरियाणा तथा चंड़ीगढ़
39गंगा तिरीउत्‍तर प्रदेशतथा बिहार

ग्रामीण क्षेत्रों में डेरी फॉर्म बेस्ट कैसे हैं|

 सबसे पहले तो ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में जगह मिल जाती है ,जिससे आसानी से सुविधा जनक व्यवस्था में आसानी से पशु पालन हो पाते है | दूध उत्पादन खाद्य पदार्थ की श्रेणी में आता है और इसकी मांग दिन प्रतिदिन बृहत मात्रा में बढ़ते जा रही है |ऐसे में बिजनेस की दृष्टि से  भविष्य में देखें तो बहुत ही सुनहरा बिजनेस है जो कि हमेशा से मुनाफा देते रहेगा | दूध के व्यापार बहुत ही आसान है आप चाहे तो घर पर रहकर भी इसे बेच सकते हैं या फिर बाजार में जाकर भी बेच के अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं |और ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक जगह और अधिक चारा ,जैसे विशेष सुविधा से आपको यह बिजनेस बहुत आसान हो जाएगा | आपकी गायें बहुत ही स्वस्थ रहेगी और अधिक मात्रा में दूध भी देगी, जिससे आप महीने का लाखों रुपए आसानी से कमा सकते हैं ||

यदि आपको ऐसे गौशाला रखते हैं तो हिंदू समाज में गायों को पूजनीय माना जाता है और आप चाहे तो अपने गौशाला के नाम एक ट्रस्ट भी खोल सकते हैं, और इस प्रकार समाज में इज्जत भी कमा सकते हैं|| तो इस प्रकार दूध व्यापार आपके लिए  उत्तम रहेगा जिससे आप इज्जत और धन दोनों ही बहुत अधिक मात्रा में कमा सकते हैं ||

पशुओं के लिए जमीन एवं घर

बहुत जरूरी है आपकी इस व्यवहार के लिए पशुओं का सुरक्षा एवं आपके सुविधा के लिए उत्तम व्यवस्था||  साफ सफाई और अच्छी व्यवस्था होने पर पशु सेवा करने में मन लगता है और पशु को रहने में भी | जिससे पशु कभी बीमार नहीं पड़ते और आवश्यकता अनुसार अत्यधिक दूध देते हैं|   ऐसे में जरूरी है पशुओं के लिए घर ,वह घर यदि आप अच्छी व्यवस्था और नक्शे के अनुसार बनवाते हैं जिसे   पशु शेड कहते हैं||

यह  पशुओं के क्षमता के  अनुसार जादे या कम क्षेत्र में बनवा सकते हैं , जैसे आप  यदि 50 पशु क्षमता वाले  पशु  शेड  बनवाते हैं तो आपको  70 फीट लंबा और 35 फीट चौड़ा जमीन की  आवश्यकता होगी जिसमें बहुत ही सुविधाजनक नई तकनीकी से एक जबरदस्त पशु शेड का निर्माण करवा सकते हैं|   जिससे आप कम मेहनत में अधिक से अधिक पशुओं को पाल सकते हैं ,और अधिक से अधिक दूध उत्पाद कर सकते हैं. ||

खर्च और मुनाफा !

  • मुख्यतः दो प्रकार से खर्च को देख  सकते है , 1. Capital investmen 2. Regular investment.
  • 1.Capital investment :- जो खर्च पहली बार में किये जाये ,जैसे पशु शेड का निर्माण ,मिल्क स्टॉक बॉक्स इत्यादी | कैपिटल investment आपके पशु छमता के अनुसार होते है | जैसे यदि 50 पशू के शेड बनवाने है तो लगभग 15 sq fit छेत्र में शेड बनवाने होंगे , जिसके लिए लगभग 2.5 लाख रुपये लगेंगे |
  • 2. रेगुलर investment 50 पशु के हिसाब से रोज का 110 रुपये /पशु (दुधारू पशु का ये केवल खर्च है ) इसप्रकार 50 दुधारू पशु का रोज का 5500 रूपए के खर्च आयेंगे ,यानि की पुरे 30 दिन का  5500×30 =165000/month.
  • और यदि 2 मजदुर के खर्च महीने की 10 हजार रुपये .
  • कुल खर्च /महीने  = 165000+10000=175,000 rupaye .

मुनाफे

ऊपर हमने 50 पशुओ के रेगुलर खर्च को देखा ,अब पुरे 50 पशुओ के दूध का हिसाब देखे तो ,प्रतेक पशु 12 – 15 लीटर तक दूध देगी .ऐसे में पुरे 50 पशुओ के एकत्रित दूध = 50×12=600 liter Milk/ day.

पुरे 50 पशुओ के प्रतिदिन 600 लीटर दूध या 6 क्युन्टल  के हिसाब देखे तो = 600 x35 रुपया  = 19200 रुपये 

आपने देखा 35 रुपये /लीटर के हिसाब से यदि दूध बेचे तो रोज के 19200 रुपये के दूध होते है | इसप्रकार महीने में प्राप्त revanue धन = 19000×30= 576,000 रुपये 

कुल धन / महीने के = 576,000 रुपये 

इसप्रकार प्रति महीने की मुनाफा = 576,000 रुपये -175,000 rupaye . =401,000 रुपये .

आपने देखा 175,000 rupaye के रेगुलर खर्च होती है तो 4 लाख की कामिनी आप मुनाफा के तौर के महीने का कम सकते है ||

अभी तक के आकड़ा में पशुओ के  खरीदारी के खर्च और उनके गोबर के बिक्री के आकड़ा नही जोड़ा गया है .

Dairy farming training./सरकारी  प्रशिक्षण कैसे  प्राप्त  करें ||

भारत  के कुछ  मुख्य राज्यों  में डेरी  प्रशिक्षण बोर्ड  हैं  जहाँ  से  आप  बेहतर  और  प्रोफेशनल डेरी  कोर्स कर  सकतें  हैं  || आप  स्पेशल  डेरी  डिग्री  कोर्स  कर  के अच्छे  सैलरी  वाले  नौकरी  कर  सकतें  हैं || साथ  ही  एक  अच्छे  अनुभव  के  साथ  आप  Dairy farming business  कर  अच्छी  मुनाफा  कमा  सकतें  हैं || यानि  की  Carrier के  लिए  बेस्ट  ऑप्शन है || निचे  दिये  लिंक  से  आप डायरेक्ट NDDB यानि  की National Dairy Development Board  के द्वारा  प्रशिक्षण  केन्द्रो  में  नामांकन प्राप्त  कर  सकते हैं ||

For dairy training :- Click here

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